Monday, May 13, 2019

अनुसूचित जाती/अनुसूचित जमातीर हितसंबंधेनं जू घटनात्मक संरक्षण छ जुज वंचित अन उपेक्षित आसे भटके विमुक्त लोकगणेनं अनुसूचित जमातीर सूचिमं समावेश करताणी येनेरहितसंबंधेन घटनात्मक संरक्षण रेणू .

                          वाते मुंगा मोलारी
                       My swan song 

               जागो...जागो...गोर भायी/भेनो..!

        उपर बोले बाबडीया तोनं कू आवं घेरी निंदा?
 
          पुर्वाश्रमीर चोरगुन्हेगारीर ओळख करन चोट्टी गावडीनायी गळेमं "विमुक्त"नामेरो डिंगरो आडकान एक नाकारो हुवो आयुष्य Rejected Life जगेवाळो घटनात्मक संरक्षणेती वंचित गण समाज इज खरो वंचित अन उपेक्षित छ.
      अनुसूचित जाती/अनुसूचित जमातीनं आरक्षीत मतदारसंघ,ओनेर आधिकार,सोयी सवलते अन ओनेर हितसंबंधेर रक्षण ये घटनात्मक छ.तो पचं येनेनं वंचित अन उपेक्षित केतू आये कायी? ई स्वतंत्र सोजारो विषय छ.
             जे जे घटक राज्येमं फेर सिंमांकन आयोगेर सिफारसे नुसार अनुसूचित जाती/अनुसूचित जमातीसारू विधानसभा मतदारसंघ आरक्षीत वेमेले छ,आसे आरक्षीत मतदारसंघे व्यतीरिक्त अनुसूचित जाती/अनुसूचित जमातीर उमेदवारेनं खुल्ले- जनरल मतदारसंघेमं आमदारकीसारू नामांकन अर्ज दाखल न करतू आणू आसो कायदो आमलेमं आणू ई सामाजिक न्यावेर दृष्टीती भटके विमुक्तेसारू न्यायसंगत ठरचं. ई बील सदा संसेमं मांडेर कोयी गोरमाटी-भटके विमुक्तेर खासदार हिंमत किदे कोनी छ.
          सत्तर सालेर बाद भी भटके विमुक्तेनं घटनात्मक सोयी सवलते,संरक्षण न रेयेरयेती येनेनं प्रजासत्ताक गण राज्येमं "सत्तासारू" प्रस्थापित वर्गेर दयाबुध्दीर आश्रीत रेयेर पाळी आरी छ.अनुसूचित जाती जमातीरारू एक न्यान अन मुळ निवासी भटके विमुक्तेसारू दुसरो न्याव ई घटनात्मक अभिवचनेती बेइमानी सिध्द वचं.
            अनुसूचित जाती/जमाती विषयी मन द्वेष छेनी,कुणसी जाती/जमाती अन धर्मेर द्वेष करणू ई मार संस्कृती छेनी."कोर गोरुनं सायी वेणू!" ई मार गोर धाटीर घोष वाक्य छ.ये जगजेष्ठ मानवतादी गोर धाटीरो म वारस छू.
            अनुसूचित जाती/अनुसूचित जमातीर हितसंबंधेनं जू घटनात्मक संरक्षण छ जुज वंचित अन उपेक्षित आसे भटके विमुक्त लोकगणेनं अनुसूचित जमातीर सूचिमं समावेश करताणी येनेरहितसंबंधेन घटनात्मक संरक्षण रेणू ईज मारो प्रामाणिक हेतू छ.
            अ.भा.गोर बनजारानं अनुसूचित जमातीरे एके सूचीमं लायेवासू "संयुक्त राष्ट्र संघ" ईज आबं एक पर्याय दखारो छ.संयुक्त राष्ट्र संघेर आंतरराष्ट्रीय कायदेर पाठबळ रेये सवायी गोर बनजारारो मुळत्व नाकारेवाळो "विमुक्त"नामेरो डिंगरो नष्ट वेयेजवाळो छेनी.येरसारु भटके विमुक्त लोकगणेरो व्यापक संघटन हुबो करन लोकशाही मार्गेती संघर्ष करेर मानसिकता निर्माण वेणू आज गरजेर छ.
                 सांसदीय मार्गेती अ.भा.गोर बनजारानं अनुसूचित जमातीरे एके सूचीमं लायेर शक्यता घण कमी दखारी छ अन अ.भा.गोर बनजारानं अनुसूचित जमातीरे एके सूचीमं लायोवाळो इच्छाशक्तीरो प्रमाणिक सरकार राज सत्तामं आये येर भी आजीबात शास्वती छेनी.अ.भा.गोर बनजारानं एके सूचीमं लाणू इ ओतरा सोपा छेनी.ई घटनात्मक पेच छ.घटना दुरुस्ती करन इ घटनात्मक पेच हटायेवाळो बहुमतेरो सरकार राज सत्तामं आये येर भी भरोसो रेगो कोनी छ.
               संसदेमं ओनेर हितेर फायदेवासू गीद बोलते,कविता संबळाते हासी खुशीती घटना दुरुस्ती वचं;पणन ये देशेर मुळ मालक नेटिव्ह सन्स गोर बनजारानं- भटके विमुक्तेनं अनुसूचित जमातीरे एके सूचीमं लायेसारु केनी पनाव फुटेनी अन कनायी फुटे भी वाळो छेनी.घटनात्मक मार्गेती राज सत्तामं जायेर पासवर्ड भी खोसागो छ.
        भटके विमुक्तेरो घटक अ.भा.गोर बनजारा गण समाज जर अनुसूचित जमातीरे एके सूचीमं आवगो केलं तो राजकीय क्षेत्रेमं येनेरसारु लोकसंख्यार टक्केवारी नुसार स्वतंत्र राखिव मतदारसंघ अस्तित्वेमं आव जाये अन सत्ता,संपती,प्रतिष्ठा माईरो आपणो मनसोक्त चरेर क्षेत्र धोकेम आव जाये इ डर आतेर प्रस्थापित व्यवस्थान छ.ओनेर ये सत्ता,संपती,प्रतिष्ठार मक्तेदारीनं ओ कनायीज धक्को लागेदेयेळ छेनी.
             महाराष्ट्रेमं आज जो बनजारा बहुल मतदारसंघ छ ये मतदारसंघेर भी २०३६ सालेर फेर सिंमांकनेमं मोडतोड वेयेर शक्यता भी नाकारतू आयेनी."न रहेगा बास न बजेगी बासरी..!
               मार केयेर मतलब आतराज छ क, २०३६ सालेर आंगड्याज से संघटीत वेनं अनुसूचित जमातीर मांगणीरो प्रश्न मार्गी लगाणो गरजेर छ...लोकशाही आंदोलनेर मार्गेती वा संयुक्त राष्ट्र संघटनार पाठबळेती..!
     नतो आजी सत्तर साल होटो ?
जागो..जागो......
*उपर बोले बाबडीया तोनं कू आवं घेरी निंद ?*


             शब्दांकन-              भीमणीपुत्र

                                   मोहन गणुजी नायक  
भीमणीपुत्र मोहन गणुजी नाईक

नाईक साहेबेरो गुन्हो कांयी ?*

*महानायक वसंतराव नाईक साहेबेर अप्रतिष्ठा करेवाळ लोकुपर सामाजिक बहिष्कार का न नाकेन चाये ?*    - फुलसिंग जाधव, छत्रपती संभाजीनगर ============...