Tuesday, July 16, 2019

गोरबोली भाषारो सामाजिक भाषा शास्त्र/समाज भाषा विज्ञान..!


*गोरबोली भाषारो सामाजिक भाषा शास्त्र/समाज भाषा विज्ञान..!*

- कतरी कतरा छेळीन फाडनाके.
- घडीखांड एराम भी कर लेणू.
- मुंडो लगाडेन कांयी छ ?
- वारुसेक लंगावण घालन देमेलेस. 
- तार सरिख वारसेक चलेगे.
- तार सरिख छप्पन देखमेलो छू.
- पफोळी फाटगी  (तांबडे फुटलंय) 
- सवारो वेगो (उजाडलंय)
- झाकटेर आंगज वावरेम चले जावचं.
- झाकट पडतूज घर आवचं.
- पाणी झांजरगो छ.
- झगर लाग जाये,झामे वणान माररी छ.
- के
- नंजर लाग जाये.
- हांगोळी कर लं,पाणी भेळमेली छू.
- सिकमं बाटी मेलछांडी छू,दोपेरपडी खालेस. 
- से एलमाल छ क ?
- ताडो सिळो करं!
- वेरा वणचागो.
- वावडीमं दि परस पाणी छ.
- राम पोरेमं ठालोपालो बकवाना मत कर!
- घर ठालोठालो लागरो छ.
- मार ओडेर सोड धरा नाकेस.
- बोल कोनी गो ?
- बोलं कानी जा ?
- बोल कानी गो ?
- बोलचाल करतू पकडोगे !
- भेसी रामरी छ .
-बळद वगाळरो कोनी,बेमार छ कांयिको? कानकळासी तो ठिक दखारी छ.
- बळद घणो दाडचं,बरोबर कुटाये कोनी.
- बाटीमाटी धापन खातोजो!
- वेलाकसालाती रंडापो काडलीदी;पणन दुसरो धणी कोनी किदी.
- तरसाळेन लोटाभरो पाणी देणू.
- आतरा तरसाणू कोनी केनी? 
- कोळीयार छ क,काचेकुलरेर छ ?
             (सवार)

                                       *भीमणीपुत्र*
                                 *मोहन गणुजी नायक*
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 *बापू, गोरबोलीर सामाजिक भाषाविज्ञानेर अभ्यासपूर्ण विश्लेषण किदे..धन्यवाद !!*
  इतर भाषा सरीक गोरबालीन भाषाविज्ञान छ. गोरबोली भाषार अध्ययन करन भाषार उत्पत्ति, स्वरूप, विकास येर  वैज्ञानिक आन सामाजिक  विश्लेषणात्मक अध्ययन किदे तोच भविष्येयेम गोरबोलीन न्याय मळीय. कातो गोरबोली भाषा शास्त्रेर  कसोटीम पूर्ण उतरच. (Gorbli qualify all the Criteria of linguistics as like Marathi and English Language and there are such principles  or standard by which Gorboli  can be considered as a perfect  language rather than dialect.) आजकाल राजकीय पाठबळेर अभावा रेयेर येती गोरबोलीन न्याय मळरो कोणी. विद्यापीठ स्तरेप वोपर संशोधन वेरो कोणी. गोरबोली भाषाविज्ञान, भाषार स्वरूप, अर्थ और वोर ऐतिहासिक सन्दर्भेर  विश्लेषण करणो काळेर गरज छ. है। तोच गोरबोली भाषार दस्तावेजीकरण आन विवेचन मायीती गोरबोलीर भाषिक सौंदर्येन न्याय मळीय.
गोरबोलीर सामाजिक भाषाविज्ञान बकम उंडो छ आन वू व्याकरणेती वेगळो छ. गोरबोली व्याकरणेर नियमेम तंतोतंत बेसच. गोरबोली भाषार का कार्यात्मक अध्ययन (functional description) गोरबोली व्याकरणेमायीती दकान पडच.आजकाल इतर बोली आन भाषार  भाषा-विज्ञानेर दृष्टिकोनेती विशेष महत्त्व देन वोपर संशोधन वेरोच..असोच हामार गोरबोली भाषार अभ्यास आन संशोधन वीय तोच गोरबोली भाषार सुवर्ण काळ दूर छेचा..
                                           - दिनेश सेवा राठोड
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